मेरा नाम जतिन है. मैंने अब तक बहुत सारी कहानियों को पढ़कर उनके बहुत मज़े भी लिए, जिनको पढ़कर मेरा मन खुश हो जाता है. दोस्तों इन कहानियों को पढ़कर एक दिन मेरे मन में अपनी भी एक सच्ची घटना को आप तक पहुँचाने का विचार आ गया.
अब में अपना परिचय देकर अपनी कहानी को भी शुरू करता हूँ. दोस्तों में सूरत का रहने वाला हूँ और फेसबुक पर मेरी दोस्ती पूजा नाम की एक असंतुष्ट भाभी से हुई और हमारी चेट हुई. हमारे बीच बहुत सारी बातें हुई वो सभी में पूरी तरह खुलकर बताना चाहता हूँ उसको आपको पढ़कर बड़ा मज़ा आएगा.
फिर मैंने पूजा के साथ चेट करना शुरू किया तो उसने तब मुझे बताया कि वो एक शादीशुदा औरत है और उसकी उम्र 25 साल है और अभी तक उनके कोई बच्चे भी नहीं है, उसकी शादी को पूरे तीन साल हो चुके है वो अभी सूरत में रहती है और वो एक बहुत बड़े मकान में रहती है और उस मकान में सिर्फ तीन लोग रहते है एक वो, उसका पति और उसकी एक छोटी बहन जिसकी उम्र उसने 16 बताई और उसकी बहन का नाम उसने सीमा बताया. वो अभी 11th में है और वो सारा दिन स्कूल और ट्यूशन में ही रहती है और उसके पति अपने काम की वजह से सारा दिन घर से बाहर ही रहते है और वो हर बार देर रात को करीब 12 बजे तक घर आते है.
उनका टेक्सटाईल का बिजनेस था और इसलिए वो सारा दिन घर में अकेली रहकर बहुत बोर होती है और उसकी सबसे बड़ी समस्या सेक्स की थी, क्योंकि उसने अपने पति से शादी हो जाने के बाद बहुत कम सेक्स का मज़ा लिया था और वो एक असंतुष्ट औरत है. तो मैंने उससे पूछा कि में आपकी इन सभी समस्याओ में क्या मदद कर सकता हूँ आपको क्या लगता है कि में आपके कैसे काम आ सकता हूँ आप मुझे बताए? तो उसने मुझसे कहा कि तुम अगर चाहो तो तुम मेरा दिल बहला सकते हो, मुझे अपने काम से खुश कर सकते हो.
मैंने उससे उसके घर का पता पूछा तब उसने मुझे अपने घर का पता नहीं दिया और फिर उसने मुझसे कहा कि में तुमको अपने घर का पता तो नहीं दूँगी, लेकिन में तुमको जहाँ पर आने के लिए कहूँ तुम वहीं पर चले आना.अब में उसकी वो बात सुनकर बहुत खुश हुआ और में तुरंत ही तैयार हो गया और मैंने उससे कहा कि मेरी लम्बाई 5.9 मेरा वजन 65 किलो, में गठीले बदन का अच्छा दिखता हूँ और करीब मेरा लंड पांच इंच का है और मेरा पूरा परिचय लेकर वो हंसते हुए कहने लगी कि वो सभी में तुम्हे अपने सामने आने के बाद देख लूंगी कि तुम्हारे अंदर कितना दम और जोश है, में एक बार तुमसे मिलना चाहती हूँ.
मेरे पास कार है और तुम उस कार में आकर बैठ जाना, लेकिन मेरी एक शर्त है, तो मैंने तुरंत उससे उसकी वो शर्त पूछ ली, तब उसने मुझसे कहा कि कार में बैठने के बाद में तुम्हारी आँख पर एक पट्टी बाँध दूँगी क्योंकि तुम उसकी वजह से मेरे घर का रास्ता ना जान सको और वो काम खत्म होने के बाद तुम्हे वापस बाहर निकलने पर भी तुम्हे पट्टी बांधनी होगी.
मैंने उससे उसकी सभी बातों शर्तो के लिए तुरंत हाँ कर दिया, तब उसने मुझसे कहा कि उसके पति तो सुबह जल्दी ही चले जाएँगे और उसकी बहन भी सुबह अपनी ट्यूशन और फिर वहां से ही वो अपने स्कूल चली जाएगी और फिर वो शाम को करीब 6:00 बजे तक वापस आएगी. फिर हम दोनों ने एक दूसरे से दूसरे दिन दोपहर 2:00 का समय मिलने के लिए तय किया और मुझे उसने वो जगह बताई जहाँ पर मुझे जाकर खड़ा रहना है. में उसकी वो सभी बातें सुनकर बहुत खुश था, क्योंकि मुझे एक प्यासी तड़पती हुई चूत को उसके घर पर जाकर चोदकर अपनी चुदाई से संतुष्ट करके पूरे मज़े देने थे.
दोस्तों उससे बातें करने के बाद वो सभी बातें सोच सोचकर पूरी रात नींद नहीं आई और फिर में सुबह से ही दो बजने का इंतज़ार करने लगा उसके बाद में दिन में ठीक दो बजे से पहले ही वहां पर जाकर खड़ा हो गया और ठीक दो बजे एक कार आकर मेरे पास आकर रुक गई उसने मुझे जिस रंग की कार और जो कोड मुझे बताया था वो सब एकदम ठीक था और फिर वो कार थोड़ी दूर जाकर खड़ी हो गई. उसके बाद कार का दरवाजा उसने खोल दिया और में यहाँ वहां देखकर उस कार में जाकर बैठ गया.
दोस्तों मैंने देखा कि कार में जो भाभी बैठी हुई थी उसको देखकर मेरा तो लंड तुरंत ही तनकर खड़ा गया और में उसकी सुंदरता को देखकर मन ही मन बहुत खुश हो गया. उसका रंग दूध जैसा गोरा, बड़े गले के सूट से उसके बूब्स बाहर निकलकर झांक रहे थे और उसका गोल सा चेहरा जिस पर बड़ी बड़ी आखें जो दिखने में ऊपर से लेकर नीचे तक बड़ी ही सुंदर आकर्षक नजर आ रही थी, उसको देखकर मेरी ख़ुशी का कोई ठिकाना ना रहा और में मन ही मन में सोचने लगा कि आज तो मुझे एक बड़ी ही मस्त हॉट सेक्सी भाभी की चुदाई करने को मौका मिलेगा, में जिसकी चुदाई के बारे में कभी सपने में भी नहीं सोच सकता था और में आज वो काम करने जा रहा हूँ.
यह बातें सोचकर में पागल हुआ जा रहा था. फिर भाभी ने मेरी आँख पर एक पट्टी को बाँध दिया और उसके बाद वो कार को चलाने लगी. फिर थोड़ी देर के बाद कार अचानक से रुककर एक जगह पर खड़ी हो गई और अब भाभी ने मुझसे कहा कि में अब तुम्हारी इस पट्टी को खोल रही हूँ और इसके बाद तुम तुरंत गाड़ी से नीचे उतरकर घर के अंदर चले जाना. फिर मैंने कहा कि हाँ ठीक है और फिर मेरी आखों से पट्टी के खुलते ही में झट से बिना देर किए उस बड़े से मकान के अंदर चला गया और उसके बाद भाभी भी मेरे पीछे पीछे अंदर आ गई.
अब मैंने देखा कि वो बड़ी ही कमाल की और सेक्सी लग रही थी और उन्होंने वो ड्रेस भी बहुत सेक्सी पहन रखी थी और में जब घर में पहुंचा तो मुझे पता चला कि उस इतने बड़े घर में हम दोनों के अलावा कोई भी नहीं था और थोड़ी देर साथ में बैठकर इधर उधर की बातें करने के बाद भाभी अब मुझे अपने बेडरूम की तरफ ले गई और उसके बाद उन्होंने फ़्रीज़ से विस्की को बाहर निकालकर हम दोनों के लिए उसके दो बड़े पेग बना लिए, उसके बाद एक गिलास उन्होंने मुझे दे दिया और एक वो खुद भी पीने लगी. अब हम दोनों विस्की को पीने के साथ साथ हंसी मजाक कुछ प्यार भरी बातें भी करने लगे.
कुछ उन्होंने मुझे अपने बारे में बताया और कुछ मैंने उनसे कहा, लेकिन थोड़ी ही देर के बाद मुझे विस्की का नशा महसूस होने लगा और भाभी भी उसके नशे में आने लगी. फिर भाभी ने मुझसे कहा कि अब उनको मेरे साथ डांस करना है. फिर हम उठकर खड़े हो गए और हम दोनों एक दूसरे की बाहों में आकर डांस करने लगे. मेरे हाथ में भाभी का एक हाथ था और मेरा दूसरा हाथ उनकी भरी हुई कमर पर था और डांस करते वक़्त उसके वो बड़े आकर के रुई जैसे मुलायम बूब्स मेरी छाती के बीच में आकर दब रहे थे जिसकी वजह से मेरा नशा दुगना हो रहा था, भाभी को भी मेरे साथ बड़ा मज़ा आ रहा था. फिर वो भी नशे के साथ साथ बहुत ही जोश में थी.
अब में उसके नरम रसभरे होंठो पर चूमने और चूसने लगा और डांस करते करते में उसके बूब्स को भी अपनी छाती से दबाने घिसने लगा था, जिसकी वजह से अब भाभी पूरी तरह से मस्ती में आ गई थी उसके बाद में धीरे धीरे उसके गरम सेक्सी बदन को कपड़ो से आज़ाद करने लगा था, जिसकी वजह से थोड़ी देर में वो पूरी तरह से नंगी हो गई और वो नंगी ही मेरे साथ डांस करने लगी. फिर डांस करते वक़्त उसके गोरे गोलमटोल बूब्स क्या मस्त उछल रहे थे और यह देखकर मेरा लंड पूरा जोश में आकर तन गया.
मैंने उससे कहा कि अब आप मेरे भी कपड़े उतार दो, मेरे मुहं से इतना सुनकर उसने तुरंत ही मेरे भी सारे कपड़े उतार दिए और अब हम दोनों बिल्कुल नंगे ही एक दूसरे से चिपककर डांस करने लगे थे, जिसकी वजह से हम दोनों जोश में आकर बहुत गरम हो चुके थे. दोस्तों एक तो उस शराब का नशा और एक उससे भी ज्यादा उसके गोरे गरम नंगे जिस्म का नशा मेरे ऊपर चढ़कर मुझे दीवाना बनाये जा रहा था और में धीरे धीरे बेकाबू होता जा रहा था.
में उसको अब अपनी बाहों में ही लिपटे हुए उसके बेड पर ले गया और फिर उसको नीचे लेटाकर अब में उसके गोल गोल आकर्षक बूब्स को चूसने लगा, जिसकी वजह से वो जोश में आकर धीरे धीरे सिसकियाँ लेने लगी थी और अब में उसके निप्पल को अपने मुहं में भरकर चूसने बूब्स को दबाने के साथ साथ अब उसकी गरम चूत में अपनी ऊँगली भी डालने लगा था.
मैंने महसूस किया कि उसकी चूत एकदम चिकनी बहुत गरम और टाइट भी वो बहुत थी, जिसकी वजह से में बहुत आश्चर्यचकित था. अब मैंने अपने मुहं से उसके बूब्स को बाहर निकालकर उससे पूछा कि क्या तुमने अभी तक तुम्हारी इस चूत को पहले कभी चुदवाया है कि नहीं? यह तो मुझे किसी कुंवारी लड़की की चूत तरह महसूस हो रही है जैसे अब तक इसमें किसी का लंड गया ही ना हो?
तब उसने मुझसे कहा कि मैंने इसको पहले भी अपने पति के लंड से चुदवाया तो है, लेकिन मेरे पति का लंड तो बहुत छोटा है और वो मेरी चुदाई करते समय ज्यादा देर तक नहीं टिक पाते और वो मेरी चूत में अपना लंड डालकर करीब पांच मिनट में ही झड़कर अपना लंड बाहर निकालकर मुझे वैसे ही तड़पता हुआ छोड़ देते है और उसने मुझसे कहा कि तुम्हारा तो यह मेरे पति से भी लंबा मोटा है, आज इससे मुझे मज़ा आ जाएगा.
अब में उसकी चूत में अपनी दो उँगलियों को डालकर अंदर बाहर करने लगा, उसके मुहं से हल्की हल्की आह्ह्ह्ह उफफ्फ्फ्फ़ स्स्स्सीईई की आवाजे भी निकल रही थी और यह सब उसकी छोटी चूत की वजह से था और अब वो भी जोश में आकर मेरा लंड चूसने लगी थी. दोस्तों उसकी गरम कामुक चूत में ऊँगली करते करते मैंने महसूस किया था कि वो दो बार झड़ चुकी थी और में एक बार उसके मुहं में भी झड़ चुका था.
करीब बीस मिनट के बाद मैंने उससे कहा कि चलो अब तुम असली मज़े लेने के लिए तैयार हो जाओ. फिर उसने मुझसे कहा कि हाँ में तो कब से तुम्हारे साथ वो मज़े लेने के लिए तैयार हूँ. आज तुम मुझे बहुत जमकर चोदो मुझे वो पूरे मज़े दो, जिसके लिए में इतनी प्यासी हूँ. आज तुम मेरी इस आग को बिल्कुल शांत कर दो और चोदो मुझे, आज मेरी सारी इच्छाए पूरी कर दो और आज तुम मेरी जमकर चुदाई करो, मेरे दर्द की तुम बिल्कुल भी चिंता मत करना, चलो अब अपना वो खेल तुम शुरू करो, जिसके लिए मैंने तुम्हे यहाँ पर बुलाया है.
फिर मैंने अब उसकी वो बातें सुनकर पूरी तरह से जोश में आकर मैंने तुरंत ही उसके दोनों पैरों को अपने कंधे पर रख लिया और फिर अपने लंड को मैंने उसकी चूत के दरवाजे के सामने लाकर खड़ा कर दिया था और अब मेरा लंड उसके दरवाजे पर दस्तक दे रहा था.
मैंने एक ही ज़ोर के झटके से अपना पूरा लंड उसकी छोटी सी चूत में जबरदस्ती ठोक दिया. उसके बाद में वैसे ही रुक गया और वो उस दर्द की वजह से ज़ोर से चिल्ला पड़ी आईईईईइ माँ में मर गई स्सीईईईइ आह्ह्ह्ह मुझे बहुत दर्द हुआ और उन्होंने मुझसे कहा कि अबे साले कुत्ते गांडू थोड़ा सा धीरे डालना तू इतना ज़ोर क्यों लगा रहा है? आज रात को मुझे मेरी यह चूत अपने पति के सामने भी रखनी है, कहीं यह फट गाएगी तो में अपने पति को क्या कहूँगी और उसको क्या जवाब दूंगी? तो मैंने उससे कहा कि तुम आज अपने उस बिना काम के पति को कहना कि तुम्हारे लंड में इतना दम और वैसा जोश नहीं है, इसलिए आज में अपनी इस चूत को एक पागल दमदार घोड़े के पास जाकर उससे चुदवाकर आई हूँ और फिर में उसको अपनी तरफ से दोबारा लगातार ज़ोर ज़ोर से धक्के लगाने लगा. मेरे धक्को की स्पीड बहुत तेज होने की वजह से उसका पूरा बदन हर धक्के के साथ हिल रहा था और उसके मुहं से सिसकियों की आवाज निकल रही थी.
फिर भी में धक्के दिए जा रहा था और करीब दस मिनट के बाद मुझे महसूस होने लगा कि अब मेरा वीर्य निकलने वाला था. फिर इसलिए मैंने उससे कहा कि मेरा वीर्य अब निकलने वाला है में इसको कहाँ निकालूं? तब वो मुझसे बोली कि तुम इसको मेरी चूत के अंदर ही डाल दो, में उसको अपने अंदर महसूस करना चाहती हूँ, मैंने कहा कि हाँ ठीक है और फिर मैंने उसकी चूत के अंदर ही अपने वीर्य को निकाल दिया, जिसकी वजह से अब मुझे उसके चेहरे पर भी एक अजीब सी ख़ुशी नजर आ रही थी. फिर मैंने कुछ देर अपने लंड को उनकी चूत के अंदर ही रहने दिया.
मैंने उनको कहा कि अब बाथरूम में जाकर थोड़ा सा फ्रेश होकर अभी आता हूँ और उनको यह बात कहकर में उठकर चला गया. फिर तभी वो भी मेरे पीछे पीछे बाथरूम में फ्रेश होने के लिए आ गई और जब वो फ्रेश हो रही थी तो उसकी वो बड़े आकार की गोल चिकनी गांड ठीक मेरे सामने थी, जिसको देखकर में बहुत खुश हुआ और मेरा मन ललचाने लगा था और उसकी उस सुंदर गांड को देखकर मेरा लंड एक बार फिर से तनकर खड़ा हो गया और मैंने उसको कहा कि चलो अब में तुम्हारी गांड मारता हूँ.
फिर वो मेरी बात को सुनकर थोड़ा सा डरकर घबराकर बोली कि नहीं बाबा तुम्हारे इतने बड़े लंड ने मेरी चूत का तो पहले ही इतना बुरा हाल कर दिया है, देखो मेरी चूत दर्द से कैसी फड़फड़ाकर बिल्कुल बेजान हो चुकी है और उसका तुम्हारे लंड ने कितना बुरा हाल किया है और इस लंड से मेरी गांड का तो ना जाने क्या हाल होगा? में तो इसको अपनी गांड में लेकर मर ही जाऊंगी, मुझे नहीं लेना इसको अपनी गांड में और वैसे भी वो अब तक बिना लंड की है और उसको तो कुछ ज्यादा ही दर्द होगा और वो मुझसे यह बातें कहकर लगातार मना करती रही, लेकिन मेरे कुछ देर उसको मनाने पर वो अब मान गई और उसने मुझसे कहा कि तुम धक्के बिल्कुल धीरे धीरे से मारना मेरी चूत जितना ज़ोर तुम इसमें मत लगाना नहीं तो मुझसे चला भी नहीं जाएगा.
फिर मैंने उससे कहा कि हाँ ठीक है आप मेरा पूरा विश्वास करो, क्योंकि में धक्के देने के साथ साथ आपके दर्द का भी पूरा पूरा ध्यान रखूंगा और जैसा आप मुझसे कहोगी में ठीक वैसा ही करूंगा, लेकिन प्लीज एक बार आप मुझे आपकी यह सेवा करने का भी मौका दे दो और फिर मैंने इतना कहकर उसको तुरंत अपनी गोद में उठाकर बेडरूम में ले आया और उसके बाद मैंने अपने लंड और उसकी गांड पर बहुत सारी क्रीम लगाकर दोनों को पूरी तरह से चिकना कर दिया और उसके बाद मैंने उसको अपने सामने घोड़ी बना दिया.
फिर उसके बाद अपने लंड को उसकी गांड के मुहं पर रखकर दबाव डालते हुए अंदर डालने लगा. अभी मेरा थोड़ा सा ही लंड उसकी गांड में गया था कि वो दर्द से चीखने और चिल्लाने लगी और वो कह रही थी आईईईईई ऊउईईईइ माँ में मर गई, अब तुम रहने दो मेरी फट गई है आह्ह्ह्ह तुम अब अपना लंड मेरी गांड से बाहर निकाल लो प्लीज मुझे इससे आगे कुछ भी मज़े नहीं चाहिए, लेकिन मैंने उसकी एक भी बात ना मानी और फिर मैंने सही मौका देखकर अपनी तरफ से एक जोरदार झटका लगा दिया और अपना पूरा लंड मैंने उसकी गांड के अंदर डाल दिया. अब वो पहले से भी ज्यादा ज़ोर से चिल्लाने लगी, क्योंकि उसका दर्द अब ज्यादा बढ़ चुका था, जो उससे सहन करना बहुत मुश्किल था और वो मुझसे छूटने की भी कोशिश कर रही थी, लेकिन मेरी मजबूत पकड़ की वजह से वो ऐसा ना कर सकी.
फिर में कुछ देर उसके बदन को सहलाता और उसके बूब्स को मसलता रहा, जिसकी वजह से कुछ देर बाद जब उसका दर्द कम हुआ तो में धीरे धीरे अपने लंड को हिलाने लगा और मेरा पूरा लंड उसकी गांड की चमड़ी से रगड़ खाता हुआ पूरा अंदर बाहर हो रहा था, जिसकी वजह से मुझे बड़ा मस्त मज़ा आ रहा था.
कुछ देर बाद जब उसका दर्द कम होता चला गया तो उसके बाद अब मैंने महसूस किया कि अब वो भी मज़े ले रही थी और उसके मुहं से हल्की सी आवाजे आ रही थी और अब मेरा पूरा लंड उसकी चिकनी गांड में था और में उसको धक्के देने के साथ साथ मेरे जीवन का भरपूर मज़ा ले रहा था और ये मेरे लिए बहुत अच्छा अनुभव था, जिसको में किसी भी शब्दों में लिखकर किसी को नहीं बता सकता.
मैंने धक्के देकर ठंडा हो गया और मैंने अपना पूरा वीर्य उसकी गांड में निकाल दिया जो बहकर बाहर की तरफ निकलकर आ गया. अब उसको छोड़ते ही वो तुरंत मुझसे दूर हट गई और उसने अपने कपड़े पहने.
फिर भाभी ने मेरे पास अपनी गाड़ी को लाकर रोक दिया और में उसमें बैठ गया. उसके बाद उन्होंने मेरी आखों पर एक पट्टी को बांधकर मुझे दोबारा से उसी जगह पर लाकर छोड़ दिया जहाँ से हम गये थे और उसके बाद में उसकी चुदाई के बारे में सोचकर बहुत खुश होता हुआ अपने घर पर पहुंच गया.
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