ईशा को घोड़ी बनाकर चोदा isha ko ghodi banakar choda
हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम साहिल है और में आपके लिए एक और नई स्टोरी लेकर आया हूँ। मुझे चूत चाटने में बहुत मज़ा आता है और औरतों की चूत का पानी पीना मुझे बहुत अच्छा लगता है। मेरा लंड 8 इंच लंबा और 2 इंच मोटा है। दोस्तों ईशा ने मुझसे सेक्स के लिए बोला और उसने मुझसे मेरा वाट्सअप नम्बर भी माँगा। उसके बाद हम वाट्सअप पर बात करने लगे और उसने अपनी फोटो भी शेयर की, वो दिखने में बहुत हॉट और सेक्सी थी।
अब मेरा उसे देखते ही चोदने का मन करने लगा। फिर उसने बताया कि वह शादीशुदा है और उसका एक 3 साल का बच्चा है, उसकी शादी को 5 साल हो गये है और बच्चा होने के बाद उसका उसके पति के साथ रिलेशन अच्छे नहीं रहे और उसका पति भी उसे ढंग से नहीं चोदता है और ना ही उसकी तरफ ध्यान देता है। ईशा ने उसका फिगर 34-30-38 बताया। फिर मैंने ईशा से पूछा कि तुम कहाँ रहती हो? और में तुमसे कहाँ मिल सकता हूँ? तो ईशा बोली कि में दिल्ली से हूँ और उसने कहा कि मुझे 2 दिन के बाद कुछ काम से अमृतसर जाना है और में वहाँ एक होटल में रुकूंगी और वही में तुम्हें मिलूंगी। फिर मैंने कहा ठीक है हम 2 दिन के बाद अमृतसर में मिलते है और फिर हम सेक्स की बातें करने लगे। अब सेक्स की बातों के दौरान ईशा सेक्सी आवाज़ें निकालने लगी, ईशा फिंगरिंग कर रही थी और मुझे भी जोश आ रहा था और में भी अपना लंड पकड़कर हिलाने लगा। फिर ईशा ने ज़ोरदार आवाज़ के साथ कहा कि साहिल अब में झड़ने वाली हूँ आआआहह और वो झड़ गई।
फिर 2 दिन के बाद में अमृतसर जाने के लिये निकला और में उसके बताए हुए होटल पर पहुँच गया। फिर जब मैंने ईशा को देखा तो वो क्या मस्त लग रही थी? और फिर उसको देखकर मैंने उससे कहा कि ईशा आज तो तुम कयामत लग रही हो, लगता है जान लेने का इरादा है। फिर उसने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है, आज पहली बार किसी अंजान आदमी के साथ अजीब सा लग रहा है। फिर मैंने कहा कि क्यों घबरा रही हो? जानेमन बहुत मज़ा आयेगा क्यों घबरा रही हो? फिर उसने स्माईल कर दी। फिर हम होटल में एक साथ गये और वहाँ एक रूम बुक किया और हम रूम की चाबी लेकर रूम में एंटर हुए और रूम में आते ही हमने सामान छोड़ा और मैंने ईशा को पीछे से कसकर पकड़ लिया और उसे अपनी और खींच लिया।
फिर उसने कहा कि क्या कर रहे हो? रूको तो पहले सामान तो रख ले। फिर मैंने कहा कि सामान को यहीं रहने दो और मेरे पास आओ, मुझे टाईम ख़राब करना पसंद नहीं है और शरमाना बिल्कुल भी नहीं है और जैसे फर्स्ट टाईम तुमने अपने पति के साथ किया था, मुझे उससे भी ज्यादा तुम्हारे साथ प्यार करना है। फिर मैंने उसे उल्टा करके उसे बेड पर धक्का दे दिया और उस पर टूट पड़ा और उसे लगातार किस करने लगा। अब मेरे हाथ उसके बूब्स पर थे, क्या मस्त बूब्स थे? एकदम फुटबॉल की तरह। अब में उसे बहुत जोर से सक कर रहा था और जोर से दबा रहा था। अब वो चिल्ला रही थी, साहिल धीरे करो, दर्द हो रहा है। फिर मैंने कहा कि दर्द में ही तो मज़ा है जान और फिर में उसे स्मूच करने लगा, अब वो भी मेरा साथ देने लगी थी। अब उसके दोनों हाथ मेरे बालों में घूम रहे थे, अब ईशा की जीभ मेरी जीभ से टकरा रही थी और अब उसकी साँसे मुझे पागल बना रही थी। उसके होंठो का स्वाद बहुत जबरदस्त था।
फिर में धीरे-धीरे नीचे की तरफ बड़ने लगा और अब मेरा एक हाथ उसके पजामे के ऊपर से ही उसकी चूत पर पहुँच गया और उसे रब करने लगा। अब उसे मज़ा आने लगा था और उसने अपनी टाँगे चौड़ी कर ली थी। अब मेरा एक हाथ उसके बूब्स को प्रेस कर रहा था और में उसके बूब्स पर क़िस कर रहा था। फिर मैंने उसे उठाकर उसकी कमीज़ उतार दी, उसने अंदर काली ब्रा पहन रखी थी और उसके फुटबॉल जैसे बूब्स ब्रा में क़ैद थे। अब मुझसे रहा नहीं गया तो मैंने उसे पलट कर उसकी ब्रा के हुक को अपने मुँह से खोलने लगा तो उसे सरसराहट सी होने लगी। फिर ईशा ने कहा कि साहिल गुदगुदी हो रही है तुम हाथ से खोल दो, अब में हुक खोलने में मस्त था और फिर मैंने उसकी ब्रा के हुक खोल दिए और उसके बूब्स को आज़ाद कर दिया। अब उसके बड़े-बड़े निप्पल पूरे आजाद थे। फिर मैंने उसे सीधा करके उसके बूब्स को फिर से अपने मुँह में पूरा डाल लिया और उसके निप्पल को चूसने लगा।
अब मेरा उसे देखते ही चोदने का मन करने लगा। फिर उसने बताया कि वह शादीशुदा है और उसका एक 3 साल का बच्चा है, उसकी शादी को 5 साल हो गये है और बच्चा होने के बाद उसका उसके पति के साथ रिलेशन अच्छे नहीं रहे और उसका पति भी उसे ढंग से नहीं चोदता है और ना ही उसकी तरफ ध्यान देता है। ईशा ने उसका फिगर 34-30-38 बताया। फिर मैंने ईशा से पूछा कि तुम कहाँ रहती हो? और में तुमसे कहाँ मिल सकता हूँ? तो ईशा बोली कि में दिल्ली से हूँ और उसने कहा कि मुझे 2 दिन के बाद कुछ काम से अमृतसर जाना है और में वहाँ एक होटल में रुकूंगी और वही में तुम्हें मिलूंगी। फिर मैंने कहा ठीक है हम 2 दिन के बाद अमृतसर में मिलते है और फिर हम सेक्स की बातें करने लगे। अब सेक्स की बातों के दौरान ईशा सेक्सी आवाज़ें निकालने लगी, ईशा फिंगरिंग कर रही थी और मुझे भी जोश आ रहा था और में भी अपना लंड पकड़कर हिलाने लगा। फिर ईशा ने ज़ोरदार आवाज़ के साथ कहा कि साहिल अब में झड़ने वाली हूँ आआआहह और वो झड़ गई।
फिर 2 दिन के बाद में अमृतसर जाने के लिये निकला और में उसके बताए हुए होटल पर पहुँच गया। फिर जब मैंने ईशा को देखा तो वो क्या मस्त लग रही थी? और फिर उसको देखकर मैंने उससे कहा कि ईशा आज तो तुम कयामत लग रही हो, लगता है जान लेने का इरादा है। फिर उसने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है, आज पहली बार किसी अंजान आदमी के साथ अजीब सा लग रहा है। फिर मैंने कहा कि क्यों घबरा रही हो? जानेमन बहुत मज़ा आयेगा क्यों घबरा रही हो? फिर उसने स्माईल कर दी। फिर हम होटल में एक साथ गये और वहाँ एक रूम बुक किया और हम रूम की चाबी लेकर रूम में एंटर हुए और रूम में आते ही हमने सामान छोड़ा और मैंने ईशा को पीछे से कसकर पकड़ लिया और उसे अपनी और खींच लिया।
फिर उसने कहा कि क्या कर रहे हो? रूको तो पहले सामान तो रख ले। फिर मैंने कहा कि सामान को यहीं रहने दो और मेरे पास आओ, मुझे टाईम ख़राब करना पसंद नहीं है और शरमाना बिल्कुल भी नहीं है और जैसे फर्स्ट टाईम तुमने अपने पति के साथ किया था, मुझे उससे भी ज्यादा तुम्हारे साथ प्यार करना है। फिर मैंने उसे उल्टा करके उसे बेड पर धक्का दे दिया और उस पर टूट पड़ा और उसे लगातार किस करने लगा। अब मेरे हाथ उसके बूब्स पर थे, क्या मस्त बूब्स थे? एकदम फुटबॉल की तरह। अब में उसे बहुत जोर से सक कर रहा था और जोर से दबा रहा था। अब वो चिल्ला रही थी, साहिल धीरे करो, दर्द हो रहा है। फिर मैंने कहा कि दर्द में ही तो मज़ा है जान और फिर में उसे स्मूच करने लगा, अब वो भी मेरा साथ देने लगी थी। अब उसके दोनों हाथ मेरे बालों में घूम रहे थे, अब ईशा की जीभ मेरी जीभ से टकरा रही थी और अब उसकी साँसे मुझे पागल बना रही थी। उसके होंठो का स्वाद बहुत जबरदस्त था।
फिर में धीरे-धीरे नीचे की तरफ बड़ने लगा और अब मेरा एक हाथ उसके पजामे के ऊपर से ही उसकी चूत पर पहुँच गया और उसे रब करने लगा। अब उसे मज़ा आने लगा था और उसने अपनी टाँगे चौड़ी कर ली थी। अब मेरा एक हाथ उसके बूब्स को प्रेस कर रहा था और में उसके बूब्स पर क़िस कर रहा था। फिर मैंने उसे उठाकर उसकी कमीज़ उतार दी, उसने अंदर काली ब्रा पहन रखी थी और उसके फुटबॉल जैसे बूब्स ब्रा में क़ैद थे। अब मुझसे रहा नहीं गया तो मैंने उसे पलट कर उसकी ब्रा के हुक को अपने मुँह से खोलने लगा तो उसे सरसराहट सी होने लगी। फिर ईशा ने कहा कि साहिल गुदगुदी हो रही है तुम हाथ से खोल दो, अब में हुक खोलने में मस्त था और फिर मैंने उसकी ब्रा के हुक खोल दिए और उसके बूब्स को आज़ाद कर दिया। अब उसके बड़े-बड़े निप्पल पूरे आजाद थे। फिर मैंने उसे सीधा करके उसके बूब्स को फिर से अपने मुँह में पूरा डाल लिया और उसके निप्पल को चूसने लगा।
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